८ वाँ श्रीनाथ अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी महोत्सव में प्रतिभागिता के लिए पंजीयन की अंतिम तिथि
१८ दिसंबर, २०२४

"८ वाँ श्रीनाथ अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी महोत्सव जमशेदपुर २०२४"

दृष्टिकोण

वैश्विक स्तर पर हिन्दी के विद्वानों, कवियों, साहित्यकारों, पत्रकारों, विशारदों आदि को जोड़ते हुए हिन्दी भाषा की गरिमा को सर्वसामान्य करने के दृष्टिकोण से “अंतर्राष्ट्रीय श्रीनाथ हिन्दी महोत्सव” का आयोजन किया जाता है।

महोत्सव के आयोजन के पीछे हिन्दी की विकास यात्रा का आकलन करना, लेखक व पाठक दोनों स्तर पर हिन्दी साहित्य के प्रति सरोकारों को सुदृढ़ करना, और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हिन्दी के प्रयोग को प्रोत्साहन देना है।

हिन्दी भारत की व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है और इसी के प्रति श्रद्धा स्वरूप ‘श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन’ ने आठ वर्ष पूर्व एक छोटे से प्रयास के रूप में इस महोत्सव की शुरूआत की थी।

हिन्दी को समर्पित जिस महोत्सव का आरंभ ‘श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन’ ने किया था, उसे अब श्रीनाथ विश्वविद्यालय आगे लेकर बढ़ रहा है और पिछले ८ वर्षों से इस महोत्सव के माध्यम से हिन्दी को जनसामान्य तक पहुँचाने और युवाओं को इस सरल परंतु समृद्ध भाषा से जोड़ने का प्रयास जारी है।

अंतर्राष्ट्रीय श्रीनाथ हिन्दी महोत्सव” न केवल देश बल्कि विदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को भी हिन्दी भाषा और इसके साहित्य से जोड़ता है, जिससे वे इसकी गहराई और महत्व को समझ सकें।

इस महोत्सव में प्रसिद्ध कवि और विद्वान भी सम्मिलित होते रहे हैं, जिनके प्रेरणादायक विचारों से हिंदी प्रेमियों में नई ऊर्जा का संचार होता है। यह आयोजन साहित्य, सृजन, शिक्षा, संस्कृति एवं संगीत का अनोखा संगम प्रस्तुत करता है।

इस आयोजन में हिन्दी सेवी मिलकर हिंदी से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों पर गहन चर्चा करते हैं और भाषा से जुड़े सवालों पर गंभीरता से विचार-विमर्श करते आए हैं।

श्रीनाथ विश्वविद्यालय हिन्दी की सेवा के प्रति निरंतर समर्पित है और रहेगा।